अधिकारियों ने पीयूष जैन के कानपुर आवास पर 22 दिसंबर को छापेमारी शुरू की थी जो 29 दिसंबर को कन्नौज में पूरी हुई. यानी पूरे एक हफ्ते छापेमारी चलती रही. इस दौरान कैश गिनने के लिए स्टे बैंक से मशीनें मंगवाई गई थी और बैंक के अधिकारी भी बुलाए गए थे.

लखनऊ: पिछले कई दिनों से समाचारों की सुर्खियां बने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) के घर टैक्स छापेमारी (Tax Raids) पूरी हो गई है. उसके ठिकानों से अधिकारियों ने करीब 200 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं. ये छापेमारी कानुर और कन्नौज में हुई थी. पीयूष जैन को कानपुर में गिरफ्तार किया जा चुका है और वह फिलहाल जेल में है. आयकर विभाग के अधिकारियों ने पीयूष जैन के ठिकानों से कुल 196 करोड़ रुपये नकदी के अलावा 23 किलो सोना और 600 किलो चंदन का तेल भी बरामद किया है. बरामद 23 किलो सोने की कीमत 11 करोड़ रुपए और 600 किलो चंदन का तेल का बाजार मूल्य 6 करोड़ रुपये बताया गया है.

अधिकारियों ने पीयूष जैन के कानपुर आवास पर 22 दिसंबर को छापेमारी शुरू की थी जो 29 दिसंबर को कन्नौज में पूरी हुई. यानी पूरे एक हफ्ते छापेमारी चलती रही. इस दौरान कैश गिनने के लिए स्टे बैंक से मशीनें मंगवाई गई थी और बैंक के अधिकारी भी बुलाए गए थे.

यूपी विधानसभा चुनाव के पहले इत्र कारोबारी के घर छापेमारी में 200 करोड़ रुपये की बरामदगी बड़ा सियासी मुद्दा बनती जा रही है. इस बहाने बीजेपी और सपा के बीच जुबानी जंग तीखी हो गई है. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अखिलेश यादव 30 किलोमीटर की दूरी पर थे और इत्र कारोबारी को लेकर दोनों ने एक-दूसरे पर निशाना साधा. कानपुर में पीएम मोदी ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन को समाजवादी पार्टी से जोड़ा. साथ ही सभी योजनाओं का क्रेडिट लेने को लेकर अखिलेश यादव पर तंज भी कसा.