भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के राजनीतिक हनीमून का अधिक आनंद लेने की संभावना नहीं है, क्योंकि उन्हें पहले से ही कई तरह की समस्याएं विरासत में मिली हैं.
राजनीतिक उथल-पुथल के बीच ऋषि सुनक बुधवार को पहली बार ब्रिटिश प्रधान मंत्री के रूप में विपक्षी सांसदों के आमने-सामने होंगे. ब्रिटेन अभी कई मोर्चों पर आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है. ऋषि सुनक इसी संकट को दूर करने का सकंल्प ले चुके हैं. नए ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने पुराने नेतृत्व की शीर्ष टीम से कई मंत्रियों को फिर से नियुक्त करके अपना कार्यकाल शुरू किया. पूर्व वित्त मंत्री जेरेमी हंट को राजकोष के चांसलर के रूप में बरकरार रखा गया. साथ ही विवादास्पद रूप से हाल ही में हटाए गई गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन को भी वापस लाया गया.
डाउनिंग स्ट्रीट के एक सूत्र ने कहा कि इससे यह सुनिश्चित होता है कि इस अनिश्चित समय में सरकार के दिल में निरंतरता है”. सुनक के अपने पहले साप्ताहिक “प्रधान मंत्री के प्रश्नों” के लिए हाउस ऑफ कॉमन्स में जाने से पहले बड़े पैमाने पर समान दिखने वाली कैबिनेट बुधवार को एक उद्घाटन बैठक आयोजित कर सकती है, जहां वो लेबर नेता कीर स्टारर और अन्य विपक्षी सांसदों का सामना करेंगे. किंग चार्ल्स III द्वारा अपनी नियुक्ति के तुरंत बाद नंबर 10 के बाहर राष्ट्र को संबोधित करते हुए, सुनक ने स्वीकार किया कि देश को “गंभीर आर्थिक संकट” का सामना करना पड़ा है.

By Sunil Kumar Verma

News editor and Journalist