Mumbai – जाने-माने हेयर ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉ. अशोक सिन्हा ने हाल ही में एक वीडियो जारी कर आदिवासी हेयर ऑयल के दावों की पोल खोली है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और ट्रेंडिंग न्यूज़ बन गया है।

डॉ. सिन्हा ने अपने वीडियो में बताया कि किस तरह आदिवासी हेयर ऑयल के विज्ञापनों में बालों के झड़ने को रोकने और नए बाल उगाने जैसे झूठे दावे किए जा रहे हैं। उन्होंने इस तेल के प्रचार में शामिल बड़ी हस्तियों पर भी सवाल उठाए हैं।

एक ही चेहरा, अनेक ब्रांड, और अनगिनत झूठ!

डॉ. सिन्हा के खुलासे के बाद यह भी सामने आया है कि एक ही व्यक्ति कई अलग-अलग ब्रांड के आदिवासी हेयर ऑयल का प्रचार कर रहा है। हर वीडियो में यह व्यक्ति अलग ब्रांड के तेल को “ऑरिजिनल” बताता है, लेकिन असलियत में इनमें से किसी भी तेल के पास कोई सरकारी मान्यता नहीं है।

आयुर्वेद के नाम पर धोखा!

यह तेल आयुर्वेदिक होने का दावा करता है, लेकिन इसकी बनाने की विधि आयुर्वेद के सिद्धांतों के बिल्कुल विपरीत है। इस तेल में इस्तेमाल होने वाली सामग्री, बनाने की विधि, और इसके संभावित दुष्प्रभावों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जाती है।

डॉ. सिन्हा ने अपने वीडियो में कहा, “आदिवासी हेयर ऑयल केवल एक बड़ा प्रचार है। आयुर्वेदिक तेल के निर्माण में सही विधि का पालन होना चाहिए, लेकिन आदिवासी ऑयल में ऐसा नहीं हो रहा है।”

100 से ज्यादा फर्जी कंपनियां, हक्की पिक्की समुदाय के नाम पर बड़ा स्कैम!

सोनू सूद, एल्विस यादव, RJ नावेद जैसे तमाम दिग्गज सेलिब्रिटीज के प्रमोशन के बावजूद, आदिवासी हेयर ऑयल फर्जी निकला है। ऑनलाइन 100 से ज्यादा अलग-अलग फर्जी कंपनियां हक्की पिक्की समुदाय के नाम पर अलग-अलग राज्यों से आदिवासी हेयर ऑयल बेच रही हैं। ये कंपनियां कैश ऑन डिलीवरी के तरीके को अपनाकर लोगों को धोखा दे रही हैं।

आयुष मंत्रालय की नाक के नीचे आदिवासी हेयर ऑयल का बड़ा घोटाला!

डॉ. सिन्हा का वीडियो इस बात का सबूत है कि आयुष मंत्रालय की नाक के नीचे आदिवासी हेयर ऑयल का बड़ा घोटाला चल रहा है। यह घोटाला आयुर्वेद के नाम पर लोगों के साथ धोखा है।

यदि आप भी आदिवासी हेयर ऑयल के दावों को लेकर संदेह में हैं, तो डॉ. सिन्हा का वीडियो जरूर देखें। यह आपको सच्चाई से अवगत कराएगा और आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगा।