जयपुर : राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों में जयपुर की सिविल लाइंस विधानसभा सीट पर हार या जीत से सरकार बनने की संभावनाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। पिछले 15 सालों से इस सीट पर जीत दर्ज करने वाली पार्टी ही राज्य में सरकार बनाती है।

2008 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल की थी और इसके बाद 2013 के चुनावों में कांग्रेस ने जीत हासिल की। 2018 के चुनावों में भी कांग्रेस ने इस सीट पर जीत हासिल की और राज्य में सरकार बनाई।

2023 के चुनावों में भी सिविल लाइंस विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने वाली पार्टी को राज्य में सरकार बनाने का दावा होगा। भाजपा इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए पंडित पुरुषोत्तम गौड़ को टिकट देने की तैयारी कर रही है। गौड़ शहर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य हैं और प्रताप सिंह खाचरियावास के पुरोहित भी हैं।

पंडित पुरुषोत्तम गौड़

कांग्रेस इस सीट पर प्रताप सिंह खाचरियावास को ही उम्मीदवार बनाकर चुनाव लड़ेगी। खाचरियावास एक मजबूत नेता और लोकप्रिय व्यक्ति हैं।

अगर भाजपा पंडित पुरुषोत्तम गौड़ को टिकट देती है, तो यह एक चौंकाने वाला फैसला होगा। गौड़ एक धार्मिक व्यक्ति हैं और उनके राजनीतिक अनुभव की कोई खास पृष्ठभूमि नहीं है। हालांकि, भाजपा का मानना ​​है कि पंडित पुरुषोत्तम गौड़ की उम्मीदवारी से पार्टी को फायदा हो सकता है।

सिविल लाइंस विधानसभा सीट पर हार या जीत से राज्य में सरकार बनने की संभावनाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। अगर भाजपा इस सीट पर जीत दर्ज करती है, तो उसे राज्य में सरकार बनाने का दावा होगा। वहीं, अगर कांग्रेस इस सीट पर जीत दर्ज करती है, तो उसे राज्य में सरकार बनाने में आसानी होगी।

सिविल लाइंस विधानसभा सीट पर 2008 से 2023 तक के चुनाव परिणाम:

वर्षपार्टीउम्मीदवारवोटजीत का अंतर
2008भाजपाअरूण चतुर्वेदी69,85911,129
2013कांग्रेसप्रताप सिंह खाचरियावास87,93718,078
2018कांग्रेसप्रताप सिंह खाचरियावास87,93718,078

वोटर और चुनावी आंकड़े

विधानसभा में कुल 2 लाख 35 हजार 78 वोटर हैं. 123091 पुरुष मतदाता हैं तो वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 111987 है. पिछले विधानसभा चुनाव में यहां पर मतदान का प्रतिशत 72. 35 रहा था. इस सीट पर 50000 से अधिक मतदाता अन्य राज्यों के जैसे पश्चिम बंगाल, हरियाणा, बिहार उत्तर प्रदेश और झारखंड के लोग हैं जो वाटर के रूप में भी रजिस्टर्ड हैं.

जाति आधारित मतदाता

सिविल लाइन विधानसभा सीट में लगभग 55000 ब्राह्मण मतदाता हैं. 25000 हजार वैश्य मतदाता हैं. लगभग 25000 अनुसूचित जनजाति के मतदाता हैं. 20000 माली, 25000 मुस्लिम, 10000 राजपूत सहित अन्य कई वर्गों के मतदाता हैं.

सीट पर दबदबा कांग्रेस का

2008 में सिविल लाइंस विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास ने 58166 वोट हासिल करके जीत दर्ज की थी. भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अशोक लोहटी को 51205 वोट मिले थे, जो दूसरे नंबर पर रहे थे. 2013 के विधानसभा चुनाव के अंदर अरुण चतुर्वेदी ने यहां से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रताप सिंह को हराया था. 2018 विधानसभा चुनाव के अंदर प्रताप सिंह खाचरियावास ने मंत्री अरुण चतुर्वेदी को हराकर इस सीट पर फिर से कांग्रेस का परचम लहराया था.